ISRO Scientist
Published - 26 August, 2023
Chandrayaan-3 के चाँद पर सॉफ्ट लैंडिंग करते ही भारत का यह मिशन सफल हो गया है। ऐसा करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है। जिसका पूरा श्रेय ISRO के वैज्ञानिकों को जाता है।
इसरो के इस मिशन की चर्चा पूरे विश्व भर में हो रही है। और दुनिया के सभी देश भारत की इस उपलब्धि भर शुभकामनाएँ दे रहे हैं।
जो बच्चे ISRO में वैज्ञानिक बन अपना करियर बनाना चाहते है उन्हें बता दें कि यह एक बहुत ही प्रतिष्ठित पद है और आपको एक ऐसा मौका देता है जहां आप देश की सेवा कर सकते हैं। आगे जानें ISRO में साइंटिस्ट बनने की पूरी प्रक्रिया।
ISRO का पूरा नाम इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइज़ेशन है जो देश की राष्ट्रीय स्पेस एजेंसी है। ISRO की स्थापना 1969 में हुई थी।
अगर आसान शब्दों में कहें तो स्पेस साइंटिस्ट दो प्रकार के होते है जिसमें से पहला फिजिसिस्ट और दूसरा एस्ट्रोनॉमर है। आगे देखें दोनों का विवरण।
फिजिसिस्ट साइंटिस्ट वह हैं पर्टिकुलर जगह की थ्योरेटिकल कांसेप्ट से और प्रयोगशाला के उपकरणों से निपटते हैं और जो आकाशगंगाओं, सितारों आदि से सम्बंधित ब्रह्माण्ड की खोज करते हैं उन्हें एस्ट्रोनॉमर कहा जाता है।
ISRO में साइंटिस्ट बनने के लिए आपके अंदर लगन, प्रैक्टिकल नॉलेज, भाषा का ज्ञान, रिसर्च पढ़ने की काबिलियत, कारण खोजने की क्योरिसिटी और विज्ञान में रूचि होनी चाहिए।
सबसे पहले तो आपको कम से कम 75% अंकों के साथ PCM स्ट्रीम से 12th पास करना होगा उसके बाद JEE Main और Advanced के माध्यम से बीटेक में एडमिशन लेना होगा।
ISRO में साइंटिस्ट बनाना है तो आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, रेडियो इंजीनियरिंग और अन्य सम्बंधित क्षेत्र में बीटेक या बीई करना होगा।
बीटेक 65% अंकों से पास करने के बाद आपको इसरो सेंट्रलाइज़्ड रिक्रूटमेंट बोर्ड (ICRB) की परीक्षा देनी होगी जोकि ISRO के कई स्पेस सेंटर और डिपार्टमेंट के वैज्ञानिकों की भर्ती के लिए आयोजित करवाई जाती है।
ISRO में scientist बनने के लिए आप टॉप engineering colleges जैसे IITs, NITs, IIITs या फिर state government colleges से BE/BTech कर सकते हैं
ISRO में scientist की पोस्ट में सैलरी की शुरुआत 50-60 हज़ार से होती है, जो की कुछ वर्षों में promotion के बाद 1 लाख या उससे भी ज़्यादा हो जाती है। सैलरी के साथ scientists को बेहतरीन allowances एंड facilities भी दी जाती हैं