College Dropout Entrepreneur
Published - 29 August , 2023
आज का युवा सिर्फ़ नौकरी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह एक सफल इंटरप्रेन्योर भी बनना चाहता है। इसका ताज़ा उदाहरण है देश के 108 unicorns जो तेज़ी से उभर रहे हैं।
अगर आप नहीं जानते तो unicorns वो startup companies होती हैं जिनकी मार्केट वैल्यूएशन 1 billion डॉलर या उससे अधिक होती है, यनिकि क़रीब 8000 करोड़ रुपय।
अगर देश की बात करें तो 108 unicorns के साथ भारत दुनिया का तेज़ी से उभरता हुआ स्टार्ट-अप ecosystem है, जिसमें अकेले 2021 में 44 भारतीय कम्पनीज़ unicorns लिस्ट में शामिल हुई हैं।
तो आज हम बात करेंगे 8 सफल उद्यमियों की जिन्होंने कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड दी ताकि वे पूरा समय अपने स्टार्टअप पर लगा सकें
Apple के co-founder, स्टीव जॉब्स टेक्नॉलजी की दुनिया में एक जाना माना नाम थे। इन्होंने रीड कॉलेज में दाख़िला लिया पर 6 महीने में ही छोड़ दिया।
Meta और Facebook के संस्थापक मार्क ज़करबर्ग ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय बीच में ही छोड़ दिया ताकि वह सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Facebook पर फ़ोकस कर सकें।
Microsoft के पूर्व CEO और co-founder, बिल गेट्स ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान छोड़ दिया और आगे चलकर पॉल एलेन के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की नींव रखी।
इलॉन मस्क ने भी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की और स्टैनफ़ोर्ड को छोड़कर entrepreneurship को अपनाया, और आगे चलकर SpaceX, Tesla जैसी कम्पनीज़ स्थापित की।
Oracle कॉर्पोरेशन के सह-संस्थापक, एलिसन ने यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो को बीच में ही छोड़ दिया। इसके बाद 16 June 1977 को उन्होंने Oracle की स्थापना की।
वर्जिन ग्रुप के संस्थापक Richard Branson ने भी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की और उन्होंने स्कूल छोड़ दिया था। आगे चलकर उन्होंने वर्जिन ग्रुप कंपनी की स्थापना की।
स्नैपचैट के सह-संस्थापक, स्पीगल ने स्टैनफ़ोर्ड विश्वविद्यालय को छोड़ दिया ताकि वह पॉपुलर मल्टीमीडिया मैसेजिंग ऐप विकसित करने पर फ़ोकस कर सकें।
Dell Technologies के संस्थापक, डेल ने टेक्सास यूनिवर्सिटी को बेच में ही छोड़ दिया। आगे चलकर उन्होंने अपने computer Business की शुरुआत Dell Technologies के रूप में की।