Indian Forest Service Job
Published - 10 December, 2023
भारतीय वन सेवा (IFoS) देश की शीर्ष दो सेवाओं में से एक है। IFoS अधिकारियों की परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के माध्यम से की जाती है। IFoS अधिकारी वन विभाग में उच्च पदों पर काम करते हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की तरह, IFoS अधिकारी बनने के लिए भी UPSC प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू राउंड को पास करना आवश्यक है।
उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन करते समय यह बताना होगा, कि वे सिविल सेवा, या IFoS या दोनों परीक्षाएं दे रहे हैं या नहीं। क्यूंकि दोनों परीक्षाओं की प्री परीक्षा तो एक सामान होती है लेकिन IFoS के लिए मुख्य परीक्षा, सिविल सेवा परीक्षा से अलग है।
कैंडिडेट्स के पास पशुपालन, पशु चिकित्सा विज्ञान, Botany, Chemistry, Geology, Mathematics, Physics, Statistics, Zoology, Agriculture और Forestry जैसे विषयों में ग्रेजुएट कैंडिडेट इस परीक्षा के लिए एलिजिबल हैं।
आयु सीमा 21 से 32 वर्ष के कैंडिडेट्स भारतीय वन सेवा अधिकारी बनने के लिए अप्लाई कर सकते हैं, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गयी है।
इस परीक्षा के लिए हर कैंडिडेट को लिमिटेड अटेम्ट दिए जाते है, जनरल कैंडिडेट्स 6 और OBC कैंडिडेट्स 9 अटेम्ट दे सकते हैं, वहीं SC और ST श्रेणी के कैंडिडेट्स के लिए कोई सीमा नहीं है।
क्यूंकि IFoS में UPSC CSE की तुलना में कम वेकन्सी होती है इसीलिए भारतीय वन सेवा (IFoS) की कट ऑफ UPSC CSE से ज्यादा जाती है।
IFoS बनाना आपकी UPSC रैंक पर भी निर्भर करता है ज्यादातर, जनरल कैटेगिरी की 80 से 130 के बीच की रैंक को IFoS के लिए योग्य माना जाता है।
भारतीय वन सेवा के अधिकारियों की ट्रेनिंग देहरादून में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकेडमी में होती है। यह देहरादून में वन अनुसंधान संस्थान के परिसर में स्थित है।
चयनित होने के बाद भारतीय वन सेवा अधिकारियों की सैलरी 56,100 रुपये से 2,25,000 रुपये के तक होती है, सैलरी साथ उन्हें विभिन्न भत्ते और लाभ मिलते हैं।