भारतीय स्टूडेंट्स कर सकते हैं इन देशों से पढ़ाई, मिलेगा पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा

Post Study Work Visa

Published - 14 November , 2023

आज के समय में अधिकांश भारतीय स्टूडेंट्स विदेश में पढ़ाई करने का सपना देख रहे हैं, लेकिन कई स्टूडेंट्स को शायद नही पता है कि पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद आपको नौकरी के लिए पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा की ज़रूरत होती है 

विदेश में पढ़ाई

आज हम आपको इस स्टोरी के माध्यम से उन देशों के बारे में बताएंगे जो भारतीय स्टूडेंट्स को विदेश में पढ़ने के लिए पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा देते हैं।

इन देशों से कर सकते हैं पढ़ाई

यह देश उन स्टूडेंट्स को पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा देता है जो यहाँ से कम से कम 8 महीने का कोर्स करते हैं और उसके बाद उन्हें तीन साल तक यहाँ काम करने की परमिशन होती है।

कनाडा

अमेरिका भारतीय स्टूडेंट्स के बीच हमेशा से ही पहली पसंद रहा है, यहाँ तीन तरह के पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा दिए जाते है जिसमें J-1, M-1, और F-1 शामिल हैं।

अमेरिका

जानकारी के मुताबिक जो स्टूडेंट्स अमेरिका में पढ़ाई या कोई इंटर्नशिप करना चाहते हैं उन्हें J-1 पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा दिया जाता है।

J-1 वीज़ा किसे मिलता है ?

आपको बता दें कि M-1 वीज़ा उन स्टूडेंट्स को दिया जाता है जो अमेरिका की यूनिवर्सिटी से वोकेशनल एजुकेशन या ट्रेनिंग लेना चाहते हैं।

M-1 वीज़ा किसे मिलता है ?

यह वीज़ा J-1 और M-1 से ज्यादा पॉपुलर है, यह उन स्टूडेंट्स को मिलता है  अमेरिका से फूल टाइम स्टडी करना चाहते हैं और पढ़ाई के बाद यह स्टूडेंट्स यहाँ एक साल जॉब कर सकते हैं।

F-1 वीज़ा किसे मिलता है ?

यह देश भारतीय स्टूडेंट्स को अस्थाई पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा देता है, जिससे स्टूडेंट्स यहाँ 6 साल तक रहकर पढ़ाई कर सकते हैं और उसके बाद फुल-टाइम या पार्ट टाइम जॉब भी कर सकते हैं।

ऑस्ट्रेलिया

जो स्टूडेंट्स फैशन, मैनेजमेंट और बिजनेस जैसे फील्ड की पढ़ाई करने के इच्छुक होते हैं उन्हें फ्रांस सरकार की ओर से 5 साल तक का पोस्ट स्टडी वर्क वीज़ा दिया जाता है।

फ्रांस

यूनाइटेड किंगडम द्वारा ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स को 2 साल तक का और पीएचडी या अन्य डॉक्टरेट डिग्री वाले स्टूडेंट्स को तीन साल तक का पोस्ट स्टडी वर्क वीजा दिया जाता है।

यूनाइटेड किंगडम

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