World Population Day 2023
Published - 9 July, 2023
पूरे विश्व में हर साल 11 जुलाई को World Population Day मनाया जाता है ताकि लोग जनसंख्या से जुड़े सभी विषयों के बारे में जागरूक हो सकें। पहले जनसंख्या दिवस के साथ इस दिन को मानव विकास और प्रगति के लिए भी मनाया जाता था।
पूरी दुनिया में वर्तमान जनसंख्या लगभग 8 बिलियन है। और अगर बात करें भारत की जनसंख्या की तो यह लगभग 141.93 करोड़ है। आने वाले समय में भारत जनसंख्या के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ देगा।
दरअसल चीन की बढ़ती आबादी को देखते हुए सन 1980 में डेंग शियाओपिंग ने ‘वन चाइल्ड पॉलिसी’ की शुरुआत की थी और इसके बाद चीन ने अधिक उम्र में शादी और बच्चों के बीच फैसला रखने की निति को अपनाया।
अभी तक भारत में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कोई भी कानून लागू नहीं किया गया लेकिन देश में जगह-जगह जनसंख्या नियंत्रण के विषय में अवेयरनेस कैम्प लगाए जा रहे हैं।
दुनिया के सभी देशों की Population को लेकर कई परेशानियां हैं, जैसे- किसी देश की बढ़ती जनसंख्या, कहीं आबादी कम, किसी देश में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या तो कहीं निरंतर घटती जन्म दर बहुत से देशों की चिंता को बढ़ा रहा है।
दुनिया भर में world population से जुड़े इन सभी मुद्दों पर विचार-विमर्श और ध्यान आकर्षित करने के लिए हर साल 11 जुलाई को वर्ल्ड पॉपुलेशन डे मनाया जाता है। आगे जानिए इसका महत्त्व, इतिहास और अन्य बातें।
सन 1987 की बात है जब बढ़ती आबादी ने दुनिया के लिए चिंता का विषय पैदा किया था और उस दिन 11 जुलाई थी। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल (UNDP) द्वारा की गई थी।
दुनिया में जनसंख्या से सम्बंधित विषय पर बात करने के लिए और पूरे विश्व का ध्यान इस विषय पर आकर्षित करने के लिए सन 1990 में UNO ने 11 जुलाई के इस दिन को world Population Day के रूप में घोषित कर दिया था।
वर्ल्ड पॉपुलेशन डे को मनाने का महत्त्व यह है कि जनसंख्या से जुड़ी सभी समस्याओं के प्रति लोग जागरूक बने और इस बात का ध्यान रख सकें कि बढ़ती जनसंख्या के कारण पर्यावरण पर कोई प्रभाव ना पड़े।
वर्ल्ड पापुलेशन डे पर जनसंख्या से जुड़े कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया जाता है, जैसे- नागरिकों के अधिकार, परिवार नियोजन, माँ और बच्चे की सेहत समेत जैसे कई अन्य विषय।
हर साल की तरह इस साल 2023 में भी वर्ल्ड पॉपुलेशन डे के लिए थीम तैयार है, UNFPA की ओर से बालिकाओं और महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा और COVID-19 पर रोक लगाने के ऊपर थीम डिसाइड हुई है।